इक प्यारी सी दुनिया हम बसाये
इस बार नहीं तो अगली जन्म चलेगा
तुम तक हम न पहुँच पाये
शायद ये अफ़सोस रहेगा.
इक आशियाना बता दो
जहाँ केवल मैं और तू हों
तेरा हाथ हम न थाम पाये
शायद ये जुस्तजू ही रहेगा
Posted by RISHAV-VERMA......... at 4:23 AM 0 comments