मैंने ना सोचा था इन आँखों मे कभी आंसू होंगे
पर इन बूंदों ने कुछ सच तो बताया !!
मैंने ना सोचा था तुम्हे याद करना मेरी फितरत बन जाएगी
पर इन यादों ने इक प्यार का अहसास तो कराया !!
जब कभी ख़ामोशी या महफ़िल मैं खुद को तन्हा सा पाया
उस पुरानी डायरी से तुम्हारी तस्वीर निकलने का इक मौका तो पाया !!
तुम्हारी यादो ने कभी मेरा साथ न छोरा
यूँ ही उस चेहरे को याद करने का इक बहाना तो बताया !!
Friday, January 15, 2010
Posted by RISHAV-VERMA......... at 9:30 AM
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2 comments:
हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें
well written.....hoe u'll continue writing ur blog...
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